जामुन गर्मी के मौसम में पाया जाने वाला एक फल है। जामुन को अंग्रेजी में ब्लैक प्लम कहते हैं। जामुन का फल आमतौर पर काले या गहरे गुलाबी रंग का होता है और बहुत सारे औषधीय गुणों से युक्त होता है। जामुन के फायदे और स्वास्थ्य की दृष्टि से कई विकारों को दूर करने के लिए आयुर्वेद में भी जामुन के फल, छाल, पत्तियों एवं बीजों का उपयोग जड़ी-बूटी के रूप में किया जाता है। ज्यादातर घरों में अच्छी सेहत के लिए लोग जामुन का उपयोग स्नैक्स के रूप में भी करते हैं। जामुन की गुठली के फायदे भी अनेक है जामुन का उपयोग सिरका बनाने में भी किया जाता है जो कई विकारों को दूर करने में इस्तेमाल किया जाता है।
जामुन कैसे खाएं :-
जामुन को काले या सादे नमक के साथ खाना उपयोगी है। बेहतर होगा कि यह नमक आप जामुन पर छिड़कें और फिर खाएं। बाजार में जामुन कई प्रकारों में उपलब्ध है- जामुन जैम, मुरब्बा, जैली, ज्यूस और कई अन्य प्रकारों में।
सभी चीजों को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है। इसलिए अगर स्वास्थ्य की बात हो तो जामुन के नुकसान के बारे में भी जानना जरूरी हो जाता है।
तो आइये जाने जामुन के कुछ नुकसान के बारे में :-
जिन मरीजों की सर्जरी हुई हैं, उन्हें जामुन खाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे ब्लड शुगर का स्तर नीचे जाने का खतरा रहता है।
जामुन खाने के बाद एक घंटे पहले और बाद तक दूध का सेवन न करें, यह बहुत जरूरी है।
जामुन के दाग बहुत दिन तक रहते हैं, इस वजह से खाते समय सावधानी बरते।
जामुन के बीज, छाल और पत्तियों से बने उत्पादों का सेवन अधिक मात्रा में करने से यह डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर लेवल को घटा सकता है जिससे उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
सर्जरी से कुछ दिन पहले और कुछ दिन बाद तक जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा शरीर ब्लड शुगर का स्तर घट सकता है।
जामुन का सेवन खाली पेट करने से कब्ज की दिक्कत हो जाती है इसलिए यह जरूर ध्यान रखें।
जामुन को कभी भी खाली पेट न खाएं। कुछ न कुछ खाने के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
लगातार शरीर में सूजन बना हो या लगातार उल्टी की समस्या हो तो जामुन नहीं खाना चाहिए।
अत्यधिक जामुन खाने से शरीर में दर्द और बुखार भी हो जाता है।
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